महिलाएं ही आखिर क्यों करें अपने नाम में बदलाव?
नारीवादी आंदोलनों के बाद महिलाओं के अंदर चेतना जागृत होने लगी थी कि उन्हें अपनी पहचान से समझौता नहीं करना चाहिए। इस कड़ी में सबसे पहले उन महिलाओं ने स्वर छेड़ा जिनके पास शिक्षा का विषेशाधिकार था कि वे अपने नाम के साथ पति का उपनाम नहीं लगाएंगी और अपनी स्वतंत्र पहचान बनाएंगी। मन्नू भंडारी […]
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