स्वरोज़गार के बारे में महिलाएं क्यों नहीं सोच पाती हैं

घर में सुबह सबके उठने से पहले घर की महिलाएं उठती हैं और सबके सोने के बाद सबसे आख़िर में महिलाएं सोती हैं। दिनभर घर का काम करती भारतीय महिलाओं की कोई साप्ताहिक छुट्टी नहीं होती। उनके लिए कोई त्योहार पर बोनस नहीं होता न कोई छुट्टी होती है। इस पूरे काम के लिए कभी […]

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हमारा समाज घरेलू हिंसा को पारिवारिक मसला क्यों मानता है ?

हिंसा सहने की आदत डालो, थप्पड़ पड़े तो नज़रअंदाज़ करो, हिंसा करना मर्दों की आदत है। तभी तो आंकड़े बताते हैं कि दुनिया में हर तीन में एक औरत जिसकी उम्र 15 साल से अधिक है, उसने अपने जीवन में हिंसा का सामना किया होता है। ब्राह्मणवादी पितृसत्तात्मक समाज की ये ट्रेनिंग इतनी मज़बूत है […]

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